महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित कर दी गई है। इस बार 2 मई 2025 को श्रद्धालुओं के लिए भगवान केदारनाथ के द्वार खुलेंगे। पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में विशेष पूजा-अर्चना के बाद यह निर्णय लिया गया।
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित कर दी गई है। इस बार 2 मई 2025 को श्रद्धालुओं के लिए भगवान केदारनाथ के द्वार खुलेंगे। पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में विशेष पूजा-अर्चना के बाद यह निर्णय लिया गया।
उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा इस वर्ष 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन शुरू होगी। इस दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा का आगाज होगा। वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि का निर्धारण 2 फरवरी को नरेंद्रनगर राजदरबार में धार्मिक समारोह के दौरान किया जाएगा।
केदारनाथ धाम: केदार घाटी में जारी बारिश और घने कोहरे ने केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे कई तीर्थयात्री पिछले दो दिनों से फंसे हुए हैं। चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति ने न केवल हेलीकॉप्टर उड़ानें रोक दी हैं, बल्कि पवित्र स्थल तक पैदल तीर्थयात्रियों की आवाजाही भी पूरी तरह से रोक दी है।
केदारनाथ धाम में मौसम प्रतिकूल चल रहा है। सीमित दृश्यता के कारण हेली सेवाओं का उपयोग करके बचाव अभियान अभी तक शुरू नहीं हुआ है। प्रतिकूल मौसम के बीच भी बचाव का प्रयास पैदल ही जारी है. केदारनाथ के 231 निवासियों को आज सुरक्षित सोनप्रयाग स्थानांतरित कर दिया गया है।
उत्तराखंड के केदारनाथ पायलट समेत सात लोगों को ले जा रहे एक हेलीकॉप्टर को उड़ान के दौरान तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा। हेलीकॉप्टर को पवित्र केदारनाथ मंदिर के पास हेलीपैड से थोड़ी दूरी पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। सौभाग्य से, पायलट सहित विमान में सवार सभी लोग इस घटना से सुरक्षित बच गए।
अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर शीतकालीन अवकाश के बाद उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के दरवाजे खुलते ही चार धाम यात्रा की पवित्र यात्रा शुरू हो जाती है। केदार नगरी में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है, जिससे वातावरण "जय केदार" के गूँज रहे हैं।