नगर निगम चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए मेयर सीट प्रतिष्ठा का बड़ा सवाल बन गई है। मतदान प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है, लेकिन अब दोनों प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी और कार्यकर्ताओं के बीच तनाव बढ़ गया है, क्योंकि कोई भी यह तय नहीं कर पा रहा कि चुनाव में कौन विजयी होगा। चुनाव परिणाम का पता कल चलेगा, लेकिन सभी अपनी-अपनी रणनीतियों पर विश्वास जताते हुए नतीजों का अनुमान लगा रहे हैं।
धुआंधार प्रचार के बावजूद चुनाव परिणाम पर अनिश्चितता
हल्द्वानी नगर निगम के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंकी थी। भाजपा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्यमंत्री प्रदीप टम्टा, सांसद अजय भट्ट और अन्य दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारा। वहीं कांग्रेस ने पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा जैसे बड़े नेताओं को प्रचार के लिए चुना। दोनों पार्टियों ने गली-गली प्रचार किया, लेकिन अब भी कोई यह नहीं कह पा रहा कि चुनाव कौन जीतेगा।
मतदान प्रक्रिया में देरी और भारी भीड़
चुनाव में मतदान प्रक्रिया में ढाई घंटे की देरी हुई, क्योंकि मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या अचानक बढ़ गई थी। इससे चुनाव की प्रक्रिया रात साढ़े सात बजे तक चलती रही। हल्द्वानी, भीमताल और लालकुआं जैसे इलाकों में मतदान केंद्रों पर भारी भीड़ देखी गई।
स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी गई मतपेटियां
मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के बाद, सभी नगर निगमों की मतपेटियां सील कर कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी गई हैं। यह सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि चुनाव परिणाम पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े।
नोटा: मतदाताओं ने प्रत्याशियों के प्रति नाखुशी जताई
कुछ मतदाताओं ने अपनी नाखुशी व्यक्त करते हुए ‘नोटा’ (None of the Above) का विकल्प चुना, जो चुनाव परिणाम पर असर डाल सकता है। इससे यह संकेत मिलता है कि कुछ प्रत्याशी मतदाताओं के मानकों पर खरे नहीं उतर पाए।
बनभूलपुरा में शांति, प्रशासन को मिली राहत
इस बार बनभूलपुरा क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान देखने को मिला, जिससे प्रशासन और पुलिस को राहत मिली। पहले के मुकाबले इस क्षेत्र में किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं मिली।
शहरी क्षेत्रों में सन्नाटा, ग्रामीण क्षेत्रों में सामान्य गतिविधियां
निकाय चुनाव के चलते शहरी क्षेत्रों में बाजार बंद रहे और सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन ही दिखे। वहीं ग्रामीण इलाकों में बाजार खुले रहे और सामान्य गतिविधियां जारी रहीं।