राज्य में मानसून की दस्तक के साथ ही कई जगहों पर यात्रा मार्गों और सड़कों पर बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। विशेष रूप से चारधाम यात्रा मार्गों पर भूस्खलन की घटनाओं और मार्ग अवरुद्ध होने के कारण यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के पर्यटन एवं लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने इस स्थिति पर विस्तार से जानकारी दी है और राहत कार्यों के लिए की जा रही तैयारियों के बारे में बताया है।
मनसून के शुरू होते ही पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और सड़कें टूटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जिससे यात्रा मार्गों पर यातायात प्रभावित होता है। इस बार भी चारधाम यात्रा मार्गों सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश से कई जगह रास्ते बंद हो गए हैं। इस वजह से तीर्थयात्रियों और आम जनता को यात्रा में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पर्यटन एवं लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाए हैं। जिन भी स्थानों पर सड़कें या यात्रा मार्ग अवरुद्ध हुए हैं, वहां जेसीबी मशीनों और अन्य आवश्यक उपकरणों की मदद से मार्गों को जल्द से जल्द खोलने का कार्य जारी है। साथ ही, स्थानीय अधिकारियों को सतर्क रहने और तेजी से कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम किया जा सके।
मंत्री ने यह भी कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर लगातार भूस्खलन और मलबा हटाने के कार्य के साथ-साथ मार्गों की स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। जिन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है वहां विशेष सतर्कता बरती जा रही है। स्थानीय प्रशासन, आपदा प्रबंधन टीम और संबंधित विभाग मिलकर 24 घंटे सक्रिय हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।
चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सरकार ने कई मार्गों पर आवश्यक सुधार कार्य पहले ही कर लिए थे। लेकिन मानसून की अप्रत्याशित बरसात और भूस्खलन के कारण कुछ मार्गों पर बाधाएं उत्पन्न हो गई हैं। सतपाल महाराज ने यात्रियों से भी अपील की है कि वे मौसम की जानकारी लेते रहें और यात्रा करते समय सतर्कता बरतें। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है ताकि सभी यात्रा मार्ग जल्द से जल्द सामान्य हो जाएं।
प्रदेश सरकार ने मानसून के दौरान यात्रियों और आम जनता की सुविधा के लिए कई हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं, जिन पर जरूरत पड़ने पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा, प्रभावित क्षेत्रों में अस्थायी राहत शिविर और सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान की जा सके।
इस पूरे अभियान में पर्यटन विभाग, लोक निर्माण विभाग, आपदा प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन का समन्वय स्थापित किया गया है। मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि पर्यटन विकास के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए राज्य सरकार निरंतर काम कर रही है और मानसून के दौरान भी वह अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखेगी।