उत्तराखंड के चमोली जिले में बुधवार सुबह हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर अचानक भूस्खलन होने से अलकनंदा नदी पर बना पुल टूट गया। यह पुल हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी जाने का एकमात्र मार्ग था, जिससे अब यात्रा बाधित हो गई है। भूस्खलन के कारण मार्ग पर बड़े-बड़े पत्थर आ गए हैं, जिससे आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है।
भूस्खलन से एक व्यक्ति घायल, प्रशासन अलर्ट मोड पर
भूस्खलन की चपेट में आने से एक व्यक्ति के घायल होने की सूचना है। जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि राहत और बचाव कार्य के लिए टीम मौके पर भेज दी गई है। गोविंदघाट के पास पहाड़ी दरकने से यह पुल क्षतिग्रस्त हुआ, जिससे स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
#WATCH | Uttarakhand: The suspension motor bridge connecting Govindghat and Hemkund Sahib in Chamoli district has been completely damaged due to landslide. The bridge collapsed due to the impact of large boulders falling from the hill in front of Govindghat.
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— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 5, 2025
मौसम विभाग ने दी चेतावनी, हिमस्खलन का खतरा बरकरार
मौसम विभाग के अनुसार, आठ मार्च से उत्तराखंड में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। चमोली जिले में पहाड़ों से भूस्खलन और हिमस्खलन का खतरा अभी भी बना हुआ है। इससे पहले मंगलवार को भी जिले में खराब मौसम देखने को मिला था, जहां बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई, जबकि निचले इलाकों में तेज बारिश दर्ज की गई थी।
तापमान में गिरावट, कड़ाके की ठंड से जनजीवन प्रभावित
मौसम में आए बदलाव के कारण बदरीनाथ धाम में तापमान माइनस आठ डिग्री, ज्योतिर्मठ में न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री और औली में माइनस दो डिग्री तक पहुंच गया। ठंड बढ़ने के कारण स्थानीय लोग घरों में दुबके रहे और यात्रा पर गए श्रद्धालु भी प्रभावित हुए।
यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह, वैकल्पिक मार्ग की हो रही जांच
प्रशासन ने हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी जाने वाले यात्रियों को सतर्क रहने और मौसम के अनुरूप यात्रा करने की सलाह दी है। फिलहाल, वैकल्पिक मार्ग की जांच की जा रही है ताकि यात्रा को सुचारू रूप