गणतंत्र दिवस 2025 की परेड में उत्तराखंड की झांकी एक विशेष आकर्षण बनकर सामने आएगी। इस झांकी का थीम “सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल” है, जो राज्य की समृद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और साहसिक पर्यटन को प्रदर्शित करेगा। यह झांकी कर्तव्य पथ पर मार्च पास्ट करते हुए चौथे स्थान पर दिखाई देगी, जिससे उत्तराखंड की पहचान और साहसिक खेलों की संभावनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित किया जाएगा।
उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर और साहसिक खेल
उत्तराखंड की झांकी में राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया है। झांकी के अग्रभाग में उत्तराखंडी महिला पारंपरिक वेशभूषा में ऐपण कला बनाते हुए दिखाई जाएगी। यह कला विशेष रूप से घरों, पूजा कक्षों, और दीवारों पर बनाई जाती है और अब दुनियाभर में प्रसिद्ध है। ऐपण बनाने में चावल का आटा और गेरू का उपयोग किया जाता है, जो उत्तराखंड की सामाजिक और धार्मिक पहचान को दर्शाता है।
साहसिक खेलों और पर्यटन का चित्रण
झांकी के अगले भाग में उत्तराखंड के साहसिक खेलों को चित्रित किया गया है। इसमें नैनीताल और मसूरी में हिल साइकिलिंग, फूलों की घाटी और केदारकांठा की ट्रैकिंग, ओली में स्नो स्कीइंग, और ऋषिकेश में बंजी जंपिंग, जिप-लाइनिंग, योगा और रॉक क्लाइम्बिंग जैसी रोमांचकारी गतिविधियों को दिखाया जाएगा। यह सभी साहसिक खेल उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन के क्षेत्र में वृद्धि को दर्शाते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का योगदान
उत्तराखंड सरकार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में इस झांकी के माध्यम से राज्य की सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेलों को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। राज्य सरकार अब साहसिक खेलों के लिए अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर दे रही है, ताकि राज्य को साहसिक खेलों का एक प्रमुख केंद्र बनाया जा सके।
राज्य के कलाकारों की भूमिका
उत्तराखंड की झांकी के निर्माण में सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक और नोडल अधिकारी के.एस. चौहान के नेतृत्व में 16 कलाकार भाग ले रहे हैं। इन कलाकारों ने राष्ट्रीय रंगशाला शिविर में पारंपरिक वेशभूषा में अपनी प्रस्तुति दी, जिसे उपस्थित लोगों ने खूब सराहा। इस अवसर पर स्मार्ट ग्राफ आर्ट एडवर्टाइजिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सिद्धेश्वर कानूगा द्वारा झांकी का निर्माण किया गया है।
राष्ट्रीय खेलों की तैयारी
इस महीने 28 जनवरी से शुरू होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखंड में किया जाएगा, जो राज्य के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इन खेलों के माध्यम से उत्तराखंड को खेल भूमि के रूप में स्थापित किया जाएगा और राज्य को एक नई पहचान मिलेगी।
उत्तराखंड की झांकी गणतंत्र दिवस परेड में कर्तव्य पथ पर अपने सांस्कृतिक और साहसिक खेलों के योगदान के साथ सबका ध्यान आकर्षित करेगी और राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने के साथ-साथ साहसिक खेलों को बढ़ावा देने का एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करेगी।