उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा क्षेत्र में शुक्रवार को आए भीषण हिमस्खलन में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। अब तक 47 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि आठ मजदूरों की तलाश अभी भी जारी है। प्रदेश में कई जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे चमोली में हिमस्खलन का खतरा बरकरार है।
सीएम धामी लगातार निगरानी में, चार घंटे में दूसरी बार दौरा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार घंटे के भीतर दूसरी बार आपदा परिचालन केंद्र का दौरा किया और रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और राहत कार्यों को युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है।
जोशीमठ पहुंचे मुख्यमंत्री, घायलों से की मुलाकात
सीएम धामी जोशीमठ आर्मी हेलीपेड पहुंचे और वहां लाए गए घायलों का हालचाल जाना। इस दौरान जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) इन सी सेंट्रल कमांड ले. जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता और अन्य सैन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। मौसम अनुकूल रहने पर सेनगुप्ता मीडिया को रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी देंगे।
रेस्क्यू ऑपरेशन तेज, एक और मजदूर को निकाला गया
शनिवार सुबह एक और घायल मजदूर को ज्योर्तिमठ लाया गया, जिससे अब तक बचाए गए मजदूरों की संख्या 47 हो गई है। वहीं, अभी भी आठ मजदूरों की तलाश जारी है। बचाव दलों ने सुबह से अब तक 10 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया है।
हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू के लिए तीन टीमें तैनात
हिमस्खलन के मद्देनजर एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट से अलर्ट जारी किया गया और तीन हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीमों को तैनात किया गया है:
गोचर और सहस्रधारा में 8-8 सदस्यों की टीमें
इन टीमों को सेटेलाइट फोन और बर्फ में बचाव के लिए विशेष उपकरणों के साथ तैनात किया गया है। यदि घायलों को ऋषिकेश एम्स लाने की जरूरत होती है, तो इसके लिए ढालवाला टीम को अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस महानिदेशक रिधिम अग्रवाल ने बताया कि उच्च प्रशिक्षित जवानों की मदद से मौसम साफ होते ही टीमें घटनास्थल की ओर रवाना कर दी गईं।
चमोली में हिमस्खलन का खतरा बरकरार
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में अभी भी कई जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है। चमोली और आसपास के क्षेत्रों में अभी और हिमस्खलन होने की आशंका जताई गई है, जिससे बचाव कार्य प्रभावित हो सकता है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।