दमुवाढूंगा के जंगल चौकी में स्थित नलकूप के काम न करने के कारण दो हजार की आबादी वाली जनसंख्या को चार दिनों से पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। लेकिन संकट ये है कि, जल संस्थान यहाँ केवल दो टैंकर ही भेज रहा है, जिसके कारण प्रत्येक परिवार को 2 से 3 बाल्टी पानी ही मिल रहा है जिससे वे दिन के कार्य भी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं।
रविवार को डहरिया की चार हजार की आबादी ने थोड़ी सी राहत की सांस ली बता दें कि चार दिन पहले खराब हुए नलकूप की मोटर कर्मचारियों ने ठीक को कर दी है। पर, दमुवाढूंगा स्थित फारेस्ट चौकी का नलकूप अभी भी ठीक नहीं किया जा सका है। इसके लिए रविवार की सुबह जल संस्थान ने 2000 की आबादी को पेयजल से राहत दिलाने के लिए चार पानी के टैंकरों में से दो टैंकर ही भेजे थे। जिससे कुछ समस्या का तो हल हुआ है पर स्थित अभी बदतर है।
पेयजल की किल्लत दूर नहीं हो रही
दमुवाढूंगा के जंगल चौकी के शिकायतकर्ता अर्जुन टम्टा ने बताया कि टैंकर स्थानीय लोगों को सिर्फ दो से तीन बाल्टी ही पानी दिया जा रहा है। उन्होंने शिकायत दर्ज करने के साथ साथ कई बार संबंधित कर्मचारियों को फोन भी किया है, लेकिन पेयजल की किल्लत जस की तस बनी हुई है। वहीं जल संस्थान के सहायक अभियंता प्रमोद पांडेय ने कहा कि डहरिया का नलकूप ठीक कर दिया गया है और ज्यादातर लोगों की पेयजल की समस्या को दूर कर दिया गया है। इधर, सहायक अभियंता नीरज तिवारी ने बताया कि सोमवार देर शाम या मंगलवार के दिन दमुवाढूंगा का नलकूप ठीक होने की संभावना है।