मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के रणनीतिक प्रयासों ने उत्तराखंड में सभी पांच लोकसभा सीटें जीतकर भाजपा के लिए निर्णायक जीत का मार्ग प्रशस्त किया है। उनके अथक अभियान और प्रभावी शासन ने पार्टी की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अभियान की मुख्य बातें
सीएम धामी के व्यापक अभियान में उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में 109 से अधिक सार्वजनिक बैठकें, रोड शो और जनसंपर्क अभियान शामिल थे। उनके सक्रिय दृष्टिकोण ने नारी वंदन सम्मेलन जैसी पहल के माध्यम से मतदाताओं, विशेषकर महिला मतदाताओं के साथ एक मजबूत संबंध सुनिश्चित किया।
प्रमुख शासन और नीतियाँ
मुख्यमंत्री के रूप में धामी का कार्यकाल महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों द्वारा चिह्नित किया गया था जो मतदाताओं के बीच प्रतिध्वनित हुए।
समान नागरिक संहिता
सख्त धोखाधड़ी विरोधी और दंगा विरोधी कानून
जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए कानून
नौकरियों में महिलाओं के लिए 30% क्षैतिज आरक्षण
इन नीतियों को न केवल राज्य के भीतर व्यापक समर्थन मिला बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित हुआ।
पार्टी नेतृत्व एवं समन्वय
धामी ने पार्टी नेतृत्व, विशेषकर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के साथ संतुलन बनाए रखा, जिससे एक एकजुट और एकीकृत अभियान सुनिश्चित हुआ। नेतृत्व और जमीनी स्तर दोनों के साथ प्रभावी ढंग से जुड़ने की उनकी क्षमता एक मजबूत महिला वोट बैंक बनाने में सहायक थी।
चुनावी सफलता
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पार्टी के मजबूत प्रदर्शन के लिए सीएम धामी के नेतृत्व और नीतिगत फैसलों को श्रेय दिया। महिला मतदाताओं का समर्थन विशेष रूप से उल्लेखनीय था, जिसने पार्टी की क्लीन स्वीप में महत्वपूर्ण योगदान दिया।