उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के कारण गंगा नदी उफान पर है। शुक्रवार को ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जो चेतावनी रेखा के करीब पहुंच गया। सुबह 11 बजे गंगा का जलस्तर 339.26 मीटर तक जा पहुंचा, जो चेतावनी रेखा से केवल 24 सेमी नीचे था। आरती घाट पानी में पूरी तरह समा गया, जिससे स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में चिंता बढ़ गई।
पानी में डूबा आरती घाट
गंगा का जलस्तर बढ़ने से आरती स्थल पूरी तरह पानी में डूब गया। पुलिस और प्रशासन की टीमों ने लोगों को गंगा तट से दूर रहने की सलाह दी है। जलस्तर को देखते हुए जल पुलिस को घाटों पर तैनात किया गया है, और तटीय क्षेत्रों में मुनादी कर लोगों को अलर्ट किया जा रहा है।
मुनिकीरेती और लक्ष्मण झूला में भी अलर्ट
ऋषिकेश के मुनिकीरेती और लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्रों में भी गंगा का बहाव काफी तेज है। पुलिस की टीमों ने पर्यटकों और श्रद्धालुओं को गंगा से दूर रहने की चेतावनी दी है। पुलिस अधिकारियों ने घाटों पर नजर बनाए रखी है ताकि कोई दुर्घटना न हो।
जलस्तर में आंशिक कमी लेकिन खतरा बरकरार
दोपहर 12 बजे के बाद गंगा के जलस्तर में थोड़ी कमी आई, लेकिन शाम 5 बजे तक भी जलस्तर 339.07 मीटर बना रहा। हालाँकि, खतरे का निशान 340.50 मीटर है, लेकिन प्रशासनिक सतर्कता बनी हुई है, क्योंकि पहाड़ों में बारिश का सिलसिला जारी है।
गंगा के बढ़ते जलस्तर पर नजर
ऋषिकेश पुलिस के प्रभारी निरीक्षक आरएस खोलिया ने कहा कि गंगा के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। सुरक्षा को देखते हुए श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बार-बार चेतावनी दी जा रही है, और किसी भी अनहोनी से बचने के लिए जल पुलिस और स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर है।