उत्तराखंड में नगरीय निकाय चुनाव 2025 को लेकर चुनावी तस्वीर अब पूरी तरह साफ हो गई है। नाम वापसी के अंतिम दिन के बाद महापौर पद के लिए कुल 10 प्रत्याशी और पार्षद पद के लिए 386 उम्मीदवार मैदान में हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है।
महत्वपूर्ण आंकड़े और विवरण
नगर निगम महापौर पद के लिए 25 अभ्यर्थियों ने नाम वापस लिया।
नगर निगम सभासद पद के लिए 217 प्रत्याशियों ने नामांकन छोड़ा।
नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद के लिए 51 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया।
नगर पंचायत अध्यक्ष और सदस्य पद के लिए क्रमशः 57 और 214 प्रत्याशियों ने नामांकन वापस लिया।
निर्विरोध चुने गए
1 नगर पालिका अध्यक्ष और 2 नगर पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित।
14 नगर निगम सभासद, 20 नगर पालिका परिषद सदस्य, और 10 नगर पंचायत सदस्य निर्विरोध चुने गए।
चुनावी प्रक्रिया
नामांकन प्रक्रिया
27 दिसंबर से नामांकन पत्र खरीदने की प्रक्रिया शुरू हुई।
31 दिसंबर से 1 जनवरी तक नामांकन पत्रों की जांच की गई।
2 जनवरी को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक नाम वापसी का समय निर्धारित था।
चुनाव चिन्ह आवंटन
प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आज आवंटित किए जाएंगे।
मतदान और परिणाम तिथि
मतदान: 23 जनवरी 2025
मतगणना: 25 जनवरी 2025 को सुबह 8 बजे से शुरू होगी।
भाजपा-कांग्रेस में कड़ी टक्कर
महापौर और पार्षद पदों के लिए प्रमुख राजनीतिक दलों, भाजपा और कांग्रेस, के बीच सीधा मुकाबला है। दोनों दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, जिससे यह चुनाव बेहद रोचक होने वाला है।
उत्तराखंड निकाय चुनाव 2025 में नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब सबकी निगाहें 23 जनवरी को होने वाले मतदान और 25 जनवरी को आने वाले नतीजों पर हैं। भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर से यह चुनाव राज्य के भविष्य के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।