उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में पिछले कई दिनों से जारी बारिश रविवार को थम गई, जिससे काफी राहत मिली। बारिश रुकने से नदियों के जल स्तर में कमी आई है और 30 से अधिक संपर्क मार्ग फिर से खुल गए हैं। नतीजतन, श्रद्धालु अब बिना किसी बड़ी रुकावट के चारधाम यात्रा पर आगे बढ़ सकते हैं।
गढ़वाल मंडल में बारिश से राहत
गढ़वाल में छह दिनों तक लगातार भारी बारिश के बाद आखिरकार रविवार को बारिश रुकी, जिससे क्षेत्र को राहत मिली। गंगा सहित प्रमुख नदियों में जल स्तर कम हो गया है, जिससे जल विद्युत परियोजनाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित हो गया है। संभाग में लगभग 30 संपर्क मार्गों को फिर से खोलने से आवाजाही और यात्रा में और सुविधा हुई है।
रविवार को मौसम विभाग ने राज्य के नौ जिलों के लिए अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की, जिसके कारण सरकार को चारधाम यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित करनी पड़ी। हालांकि, संभाग के कुछ हिस्सों को छोड़कर अधिकांश पहाड़ी इलाकों में बारिश से राहत रही।
पहाड़ी इलाकों में लगातार भूस्खलन हो रहा है
राज्य में पिछले सप्ताह भारी बारिश हुई है, जिससे पहाड़ी इलाकों में लगातार भूस्खलन हो रहा है और संचार मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। चारधाम यात्रा मार्गों पर तीर्थयात्रियों को काफी देरी का सामना करना पड़ा है, अक्सर घंटों इंतजार करना पड़ता है।
मलबे के कारण बंद हो गया था रास्ता
टिहरी जिले में भी यह राजमार्ग तोताघाटी में भारी मलबा आने से शनिवार रात बंद हो गया था, जिसे रविवार सुबह सुचारु कर दिया गया। हालांकि, मैदानी इलाकों में वर्षा का दौर अभी थमा नहीं है। कुमाऊं मंडल में भी भारी वर्षा का क्रम बना हुआ है। पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाले दो मार्ग अब भी बंद हैं।