38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों में उत्तराखंड सरकार ने अब एक नई पहल की है। राज्य के भौगोलिक चुनौतियों और समय की कमी को देखते हुए,गेम्स टेक्निकल कंडक्ट कमेटी (जीटीसीसी) के सदस्यों के लिए हेलिकॉप्टर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यह राज्य के इतिहास में पहली बार होगा जब राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को लेकर हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया जाएगा।
हेलिकॉप्टर से है दौरे की योजना
जीटीसीसी की 10 सदस्यीय टीम 16 नवंबर से उत्तराखंड का दौरा शुरू कर चुकी है। इस दौरे में हेलिकॉप्टर का उपयोग करने से यात्रा समय में बड़ी कमी आएगी, जिससे खेल स्थलों का निरीक्षण जल्दी और प्रभावी तरीके से किया जा सकेगा।
रूट प्लान के अनुसार, 16 नवंबर को जीटीसीसी टीम देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश के शिवपुरी क्षेत्र का सड़क मार्ग से दौरा करेगी।
इसके बाद 17 नवंबर को हेलिकॉप्टर के जरिए हल्द्वानी, रुद्रपुर और टिहरी के खेल स्थलों का निरीक्षण किया जाएगा। इन स्थानों पर पहुंचने में अब सिर्फ 15 से 50 मिनट का समय लगेगा, जो पहले सड़क मार्ग से अधिक समय लेता था।
जीटीसीसी टीम को राज्य अतिथि का दर्जा और विशेष सुविधाएं
जीटीसीसी टीम को राज्य अतिथि का दर्जा दिया गया है। उत्तराखंड ओलंपिक संघ के महासचिव डीके सिंह ने सरकार को पत्र भेजकर टीम के लिए यह विशेष अनुरोध किया था।
इस पत्र में पहाड़ी रास्तों पर लगने वाले समय को कम करने के लिए हेलिकॉप्टर की व्यवस्था करने की मांग भी की गई थी। राज्य सरकार ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए, आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
खेल स्थलों का निरीक्षण और अनुमोदन
जीटीसीसी की टीम, जिसमें नैना कुमारी की अध्यक्षता में नौ सदस्य शामिल हैं, राज्यभर में प्रस्तावित खेल स्थलों का निरीक्षण करेगी और अंतिम अनुमोदन देगी।
इस दौरे के बाद 18 नवंबर को टीम राष्ट्रीय खेलों के कार्यालय में खेलों की तैयारियों की समीक्षा करेगी और संबंधित विभागों को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
38वें राष्ट्रीय खेलों को लेकर उत्तराखंड सरकार ने अपनी पूरी तैयारी तेज कर दी है। हेलिकॉप्टर सेवा की शुरुआत, उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए तैयारियों में एक नई दिशा देने का संकेत है।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav