बस्ती में एक बड़ी जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी नेताओं पर भगवान राम और राम मंदिर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए हमला बोला उन्होंने विशेष रूप से अखिलेश यादव और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वे राम मंदिर परियोजना को कमजोर करना चाहते हैं।
पीएम मोदी के भाषण की मुख्य बातें
बस्ती में उमड़ा ये हुजूम हमारी सरकार के बीते 10 वर्षों के ट्रैक रिकॉर्ड पर जनता-जनार्दन की मुहर है। उत्तर प्रदेश के परिवारजनों ने हमेशा मुझे और मेरी पार्टी को झोली भरकर आशीर्वाद दिया है।https://t.co/kgBRRRDj6u
— Narendra Modi (@narendramodi) May 22, 2024
मोदी ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि वे उत्तर प्रदेश में 79 सीटें जीतने की झूठी अफवाह फैला रहे हैं। उन्होंने इसे “दिवास्वप्न” कहकर खारिज कर दिया और भविष्यवाणी की कि वे अपनी हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को दोषी ठहराएंगे।
कहा, दोनों शहजादे ( अखिलेश और राहुल) मिलकर अफवाह उड़ा रहे हैं कि यूपी की 79 सीट जीत जाएंगे। अब जाना दिन में सपने देखने का क्या मतलब होता है। 4 जून को ये जनता ही इन्हें नींद से जगा देगी।
तब ये ईवीएम पर ठीकरा फोड़ेंगे। इंडी गठबंधन की पार्टियों ने तुष्टीकरण की हदें पार कर दीं। देश 500 वर्षों से राम मंदिर की प्रतिक्षा कर रहा था। लेकिन, ये इंडी वालों को राम मंदिर और प्रभु श्री राम से पेरशानी है। सपा के एक बड़े नेता कहते हैं, राम मंदिर बेकार है।
मोदी ने विपक्ष पर राम मंदिर और भगवान राम से समस्या होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा एक वरिष्ठ सपा नेता जिन्होंने कथित तौर पर राम मंदिर को “बेकार” कहा था और एक अन्य इसे “अपवित्र” कहा था। मोदी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन राम मंदिर पर फैसले को पलट कर भगवान राम को वापस तंबू में भेजना चाहता है।
मतदाताओं से अपील
मोदी ने मतदाताओं से अपने वोटों से जोरदार जवाब देने का आग्रह किया और दावा किया कि विपक्षी दल संविधान को केवल तभी याद करते हैं जब यह उनके अनुकूल होता है। उन्होंने दर्शकों को कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल की याद दिलाई और पार्टी पर संविधान को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत दर्शकों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए और उनके साथ अपने जुड़ाव पर जोर देकर की। उन्होंने कहा कि अब तक हुए पांच चरणों के चुनाव उनकी सरकार के संभावित तीसरे कार्यकाल का संकेत देते हैं।
कांग्रेस संविधान की बात करती है, जबकि वो अपनी ही पार्टी का संविधान नहीं मानती है। कांग्रेस को पिछड़े -अतिपिछड़े सीताराम केसरी से पता नहीं क्या नाराजगी थी कि उन्हें बाथरूम में बंद कर दिया। फिर उठाकर फुटपाथ पर फेंक दिया और रातों रात सोनिया गांधी को अध्यक्ष बना दिया। यह वही सपा है जो हमेशा दलितों के आरक्षण का विरोध किया। वही लोग धर्म के आधार पर आरक्षण की वैरवी कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा क्या वोट न देने का कोई औचित्य है? अगर 80 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन भी मिले तो क्या इससे कोई लाभ मिलेगा? वोट डालने वालों को ही लाभ मिलेगा। मतदान करके हम अपने विकास और आत्मनिर्भरता में योगदान देते हैं। वोट दीजिए विकसित व आत्मनिर्भर बनाने के लिए वोट दें।