उत्तराखंड: महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में हुए भगदड़ के बाद, उत्तराखंड सरकार ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए श्रद्धालुओं की मदद के लिए टोल फ्री नंबर जारी किए हैं। यह घटना मौनी अमावस्या के पावन स्नान के दौरान हुई, जब लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंचे थे और इस दौरान अव्यवस्था के कारण भगदड़ मच गई।
धामी सरकार ने किया उत्तराखंड वासियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
महाकुंभ के दौरान उत्तराखंड से प्रयागराज गए श्रद्धालुओं के लिए सरकार ने त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। श्रद्धालु इन नंबरों पर संपर्क करके किसी भी प्रकार की मदद प्राप्त कर सकते हैं: प्रदेश से महाकुंभ में गए लोग टाेल फ्री नंबर-1070, 8218867005, 90584 41404 पर कॉल कर किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
माननीय मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी के निर्देशों के अनुक्रम में उत्तराखण्डवासियों की सहायता के लिए प्रयागराज महाकुंभ स्नान के लिए प्रदेश सरकार की ओर से टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं।
प्रदेश से महाकुंभ में गए लोग ट्रोल फ्री नंबर-1070, 8218867005, 90584 41404 पर कॉल कर किसी…
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) January 29, 2025
उत्तराखंड सरकार की तत्परता और सहायता
उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि यदि उत्तराखंड के श्रद्धालु महाकुंभ में प्रभावित हुए हैं तो वे इन हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। सरकार श्रद्धालुओं की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि धामी सरकार श्रद्धालुओं की रक्षा को अपनी प्राथमिकता मानती है।
सीएम धामी का बयान – महाकुंभ की दुर्घटना पीड़ादायक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाकुंभ में हुई दुर्घटना को बेहद पीड़ादायक बताया। उन्होंने दिवंगतों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवारों को इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करने की कामना की। साथ ही, मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी प्रार्थना की।
एसडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस की तैनाती
महाकुंभ में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए उत्तराखंड सरकार ने एसडीआरएफ को प्रयागराज भेजा है। साथ ही, एक पुलिस दल भी महाकुंभ की व्यवस्थाओं का अध्ययन करने के लिए जल्द ही संगम नगरी रवाना होगा।
महाकुंभ के दौरान हुए इस हादसे के बाद सरकार की ओर से दी गई त्वरित सहायता और सुरक्षा उपायों से श्रद्धालुओं को राहत मिल रही है।