उत्तराखंड के डोईवाला शुगर मिल में इस वर्ष का गन्ना पेराई सत्र 21 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। इस विशेष अवसर के पहले, गुरुवार को परंपरागत बॉयलर पूजा का आयोजन किया जाएगा जो कि शुगर मिल की सफल संचालन प्रक्रिया का प्रतीक है।
आपको बता दें कि मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने बुधवार को विभिन्न स्टेशनों का निरीक्षण कर तैयारियों की स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने बताया कि बॉयलर पूजा के बाद पेराई सत्र की शुरुआत के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल मिल को 63 गन्ना क्रय केंद्रों से गन्ना आपूर्ति मिलेगी, जिससे मिल का उत्पादन बेहतर तरीके से संचालित हो सकेगा।
मिल संचालन के लिए पुख्ता है तैयारियां
मिल का बॉयलर, जो मिल के पूरे संचालन में अहम भूमिका निभाता है, हर पेराई सत्र की शुरुआत से पहले चालू किया जाता है। मिल प्रबंधन ने बताया कि सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं और क्रय केंद्रों पर गन्ना तौल की व्यवस्थाएँ भी पुख्ता कर दी गई हैं, ताकि पेराई सत्र के दौरान आपूर्ति में कोई रुकावट न आए।
इस बार के गन्ना पेराई सत्र के सुचारू संचालन के लिए मिल के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। यह कदम किसानों को उनकी फसल का समय पर लाभ दिलाने और मिल के उत्पादन को बढ़ाने में सहायक होगा।
उद्योग के लिए रखता है विशेष महत्त्व
डोईवाला शुगर मिल का यह सत्र किसानों और उद्योग के लिए विशेष महत्त्व रखता है, और इस बार की तैयारियों से मिल प्रबंधन ने गन्ना आपूर्ति और उत्पादन के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन का लक्ष्य रखा है।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav