लंबे समय से चले आ रहे संपत्ति विवाद को लेकर देवरिया में छह लोगों की हत्या की भयावह घटना के मद्देनजर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की है और वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया है। यह त्रासदी तब सामने आई जब यादव की हत्या की खबर के बाद उनके समर्थकों ने हिंसक प्रतिक्रिया व्यक्त की। यहां घटनाओं और मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया का सारांश दिया गया है:
मुख्यमंत्री का आदेश:
योगी आदित्यनाथ ने रुद्रपुर जिले के उप-जिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी को तत्काल निलंबित कर दिया। साथ ही उन्होंने पूर्व उपजिलाधिकारी राम विलास, ओम प्रकाश, ध्रुव शुक्ला और संजीव कुमार उपाध्याय के खिलाफ विभागीय कार्रवाई का निर्देश दिया। भीड़ के हमले के शिकार सत्यप्रकाश दुबे द्वारा गांव की जमीन पर अवैध कब्जे के संबंध में एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) के तहत दायर की गई शिकायतों के बाद अधिकारियों की निष्क्रियता के जवाब में मुख्यमंत्री का यह फैसला आया।
विवाद की पृष्ठभूमि:
यह घटना देवरिया जिले के गांव के दबंग प्रेम यादव और सत्यप्रकाश दुबे के बीच लंबे समय से चले आ रहे संपत्ति विवाद से उपजी है। यादव अपनी प्रतिद्वंद्विता को सुलझाने का प्रयास कर रहे थे जब दुबे के घर पर एक महिला ने उन पर हमला किया और उनकी हत्या कर दी। इसके बाद, यादव की हत्या की खबर के बाद उनके समर्थकों ने हिंसक प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने दुबे के आवास पर धावा बोल दिया, जिसके परिणामस्वरूप दुबे, उनकी पत्नी किरण दुबे, बेटियों सलोनी और नंदनी और बेटे गांधी की दुखद मौत हो गई। दूसरे बेटे अनमोल (8) को गंभीर चोटें आईं और उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर में भर्ती कराया गया।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल में घायल अनमोल से मुलाकात की और चिंता व्यक्त की और बच्चे का हालचाल पूछा। आदित्यनाथ के सक्रिय उपायों में न केवल सीधे तौर पर शामिल अधिकारियों का निलंबन शामिल था, बल्कि अतीत में आईजीआरएस मामलों को संभालने में लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने की प्रतिबद्धता भी शामिल थी।
इस घटना ने मुख्यमंत्री को अपराधियों के खिलाफ त्वरित न्याय और निर्णायक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया है, जो राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।