उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा का स्टार प्रचारक नियुक्त किया गया है। उनके नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने, भर्ती परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सख्त कानून बनाने और लव जिहाद के खिलाफ कार्रवाई जैसे कई अहम फैसले लिए हैं। इन फैसलों ने राष्ट्रीय स्तर पर उनकी पहचान को मजबूत किया और उन्हें सराहना दिलाई।
स्टार प्रचारकों की सूची में धामी को मिली खास जगह
उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव में शानदार प्रचार अभियान चलाने के बाद मुख्यमंत्री धामी अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक की भूमिका निभाएंगे। भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर तैयार की गई स्टार प्रचारकों की सूची में अहम स्थान दिया है। इससे पहले भी मुख्यमंत्री धामी लोकसभा चुनाव और कई अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक के रूप में सफलतापूर्वक जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
यूसीसी लागू कर राष्ट्रीय स्तर पर बनी पहचान
उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जिसने समान नागरिक संहिता विधेयक को विधानसभा में पारित कर लागू किया। यह अधिनियम राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद इसी माह से क्रियान्वित किया जाएगा। इस ऐतिहासिक कदम से मुख्यमंत्री धामी राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का केंद्र बने।
भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता और लव जिहाद पर सख्ती
धामी सरकार ने भर्ती परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सख्त कानून बनाया, जिससे परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित हुई। इसके साथ ही लव जिहाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई और दंगारोधी कानून लागू करने जैसे कदमों ने भी उनकी सरकार को सुर्खियों में रखा। इन निर्णयों ने न केवल उत्तराखंड में बल्कि पूरे देश में उनके नेतृत्व की छवि को मजबूत किया।
प्रमुख नेताओं के साथ धामी को स्टार प्रचारक की भूमिका
भाजपा की स्टार प्रचारकों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी, योगी आदित्यनाथ, देवेंद्र फडणवीस, और डॉ. मोहन यादव जैसे प्रमुख नेताओं के साथ मुख्यमंत्री धामी को शामिल किया गया है। इस सूची में कुल 40 स्टार प्रचारक हैं, जिनमें धामी को प्रमुखता दी गई है।
राष्ट्रीय स्तर पर धामी की बढ़ती साख
धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार ने कई ऐसे फैसले लिए हैं, जिन्होंने उनकी राष्ट्रीय छवि को मजबूत किया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को निर्धारित है। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा, तीनों पार्टियां चुनावी मैदान में पूरी ताकत लगा रही हैं। भाजपा ने अपने प्रत्याशियों और स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है, जिसमें सीएम धामी का नाम प्रमुखता से शामिल है। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस भी अपने-अपने स्तर पर मतदाताओं का विश्वास जीतने के लिए रणनीतियां बना रही हैं।
भाजपा की रणनीति और सीएम धामी की भूमिका
दिल्ली में भाजपा का मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी से है, जिसने पिछले चुनावों में भारी बहुमत से जीत हासिल की थी। भाजपा की रणनीति अपने स्टार प्रचारकों के जरिए केंद्र सरकार की उपलब्धियों और राष्ट्रीय मुद्दों को जनता तक पहुंचाने की है। इस रणनीति में सीएम धामी जैसे युवा और प्रभावशाली नेता महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
प्रवासी वोटरों पर प्रभाव
सीएम धामी के प्रचार में शामिल होने से उत्तराखंड के प्रवासी वोटरों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। दिल्ली में बड़ी संख्या में उत्तराखंड के लोग रहते हैं, और धामी का प्रचार अभियान इन्हें भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए प्रेरित कर सकता है।
भाजपा ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर स्पष्ट संकेत दिया है कि वह इस चुनाव को पूरी गंभीरता से लड़ रही है। सीएम पुष्कर सिंह धामी जैसे प्रभावशाली नेताओं की भागीदारी भाजपा की संभावनाओं को मजबूत करेगी। अब देखना होगा कि धामी और अन्य स्टार प्रचारक भाजपा को कितनी सफलता दिला पाते हैं।