फिल्म अभिनेता मनोज बाजपेई द्वारा उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के कपकोट गांव में भूमि खरीद को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। 2021 में खरीदी गई इस जमीन की रजिस्ट्री को लेकर प्रशासन में अनियमितताओं की बात सामने आई है।
सूत्रों की माने तो, नियमों का उल्लंघन कर जमीन की रजिस्ट्री में तेजी बरती गई और कथित तौर पर एक वरिष्ठ राजनेता के प्रभाव में पूरी प्रक्रिया को महज दो दिन में ही संपन्न कर दिया गया था।
ध्यान और योग केंद्र के लिए खरीदी गई थी जमीन
मनोज बाजपेई ने 15 नाली( उत्तराखंड में भूमि माप की एक इकाई, एक नाली 2,160 वर्ग फुट)) जमीन का यह सौदा ध्यान और योग केंद्र बनाने के उद्देश्य से किया था। हालांकि, अब इस जमीन की खरीद-फरोख्त पर प्रशासन ने सवाल खड़े किए हैं, जिसके चलते मामले की गहन जांच शुरू की गई है।
अल्मोड़ा जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे के अनुसार, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि क्या जमीन खरीद के दौरान नियमों का पालन किया गया था या नहीं।
वरिष्ठ अधिकारियों पर भी गिर सकती है गाज
प्रशासन द्वारा की जा रही जांच में इस जमीन खरीद में शामिल अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक वरिष्ठ नौकरशाह पर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
इसके अलावा, जिला प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि अगर अनियमितताएं पाई जाती हैं, तो इस जमीन को भी जब्त किया जा सकता है।
अन्य संपत्तियां भी हो सकती हैं जब्त
प्रशासन द्वारा कुल 23 ऐसे मामलों की जांच की जा रही है, जिनमें जमीन की खरीद में कथित तौर पर नियमों का उल्लंघन हुआ है। इसके अंतर्गत अन्य तीन संपत्तियों पर भी जब्ती की कार्रवाई हो सकती है।
कानून का पालन जरूरी
जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने साफ किया कि किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस मामले में सभी तथ्यों की पड़ताल की जा रही है और शासन को भी इस संबंध में सूचित किया गया है।
जांच के नतीजों का इंतजार
अब यह देखना बाकी है कि प्रशासनिक जांच में किन तथ्यों की पुष्टि होती है । लेकिन फिल्म स्टार मनोज बाजपेई की जमीन की खरीद में नियमों की अनदेखी ने राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav