उत्तराखंड में अब तक कुल 2329 सड़कों और 312 पुलों का निर्माण पूरा हो गया है। योजना में अब तक कुल 10183 करोड़ रुपए खर्च हुए है, 250 से अधिक जनसंख्या वाली 1846 बसावटों को सड़क से जोड़ा जा चुका है।
धामी सरकार के अब तक के कार्यकाल में 1481 किलोमीटर की लंबी ग्रामीण सड़कें बन चुकी हैं, इसमें 519 नई सड़कें और 195 पुलों का निर्माण किया गया। इससे दूर के ग्रामीण इलाकों में आने जाने में आसानी होगी।
दुर्गम स्तिथि वाले क्षेत्रों में इन सड़कों को बनाने में अब तक 2310 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। उत्तराखंड में पीएमजीसवाई के तहत प्रथम एवं द्वितीय चरण के कार्य पूरे होने की स्थिति में पहुंच चुके हैं।
अब तीसरे चरण के तहत पूर्व में निर्मित सड़कों के अपग्रेडेशन के लिए 1824 करोड़ रूपए की मंजूरी केंद्र सरकार की तरफ से मिल गई है। इसके तहत 2288 किलोमीटर सड़कों के अपग्रेडेशन प्रस्तावित हुआ है।
35 नई बस्तियों में भी बनी सड़कें
सरकार द्वारा 250 से अधिक जनसंख्या वाली 35 नई बस्तियों को भी सड़कों से जोड़ा गया है, इन सड़कों की मांग ग्रामीणों द्वारा लंबे समय से हो रही थी। इसके अलावा वाइब्रेंट योजना के तहत 119 करोड़ रूपए की मंजूरी केंद्र सरकार की तरफ से 8 वंचित बस्तियों के सड़क निर्माण के लिए दिए गए हैं।
This post is written by Abhijeet kumar yadav