उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों को लेकर हर जिले में निकलेगी मशाल रैली। संबंधित क्षेत्रों के खिलाड़ी, जनप्रतिनिधि समेत अन्य लोग भी होंगे शामिल। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा है कि 26 अक्तूबर से राष्ट्रीय खेलों के लिए सभी चयनित खिलाड़ियों का प्रशिक्षण कैंप शुरू हो जाएगा। इस संबंध में उत्तरांचल ओलंपिक संघ से भी बात हो चुकी है।
आपको बता दें कि 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन अगले साल 28 जनवरी से 14 फरवरी के बीच उत्तराखंड में होने जा रहा है। इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की ओर से भी राष्ट्रीय खेलों की घोषणा हो चुकी है।
25 अक्टूबर 2024 को प्रस्तावित आईओसी की आम सभा के बाद इन खेलों का पूरा कार्यक्रम जारी कर दिया जाएगा। वहीं विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा का कहना है कि मुख्यमंत्री धामी की पहल से हम लोगों को गेम्स की डेट भी मिल गई है।
आगामी 25 अक्टूबर को आईओसी की बैठक में पूरा कार्यक्रम तय हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि खेलों को लेकर हमारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। वहीं तैयारियों को लेकर खेल मंत्री रेखा आर्या भी विधानसभा सभागार में लगातार बैठकें कर रही हैं।
उनकी एक बैठक में उत्तरांचल ओलंपिक संघ के पदाधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, निदेशक प्रशांत आर्य, उत्तरांचल ओलंपिक संघ के अध्यक्ष महेश नेगी, महासचिव डीके सिंह आदि मौजूद रहे।
बैठक में तय किया गया कि राष्ट्रीय खेलों को उत्सव का रूप देने और आम लोगों को इससे जोड़ने के लिए सभी जनपदों में मशाल यात्रा (टॉर्च रिले) निकाली जाएगी, जिसमें संबंधित क्षेत्रों के सभी खिलाड़ी, सभी जनप्रतिनिधि और अन्य लोग भी शामिल होंगे।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों की 38 प्रतियोगिताओं में चार खेल राज्य के शामिल होंगे, जिनमें योग और मलखम्ब को लगभग तय कर लिया गया है। इसके अलावा मुर्गा झपट और अन्य खेलों में से किसी दो और खेल को शामिल करने पर भी विचार किया जा रहा है।
वहीं इस बार राष्ट्रीय खेलों में पदक विजेता की इनाम राशि भी दोगुनी होगी। मौजूदा समय में राज्य के स्वर्ण पदक विजेता को छह लाख की राशि दी जाती है, अगर वित्त विभाग द्वारा इसकी मंजूरी मिलती है तो यह इनामी राशि 12 लाख रुपए तक हो जाएगी।
This post is written by Abhijeet kumar yadav